German shepherd विशेषताएँ, आकार, स्वभाव, पहचान, आहार

German shepherd : जर्मन शेफर्ड के बारे में जानकारी

परिचय:

जर्मन शेफर्ड कुत्ता, जो अपनी बुद्धिमत्ता, शक्ति, और वफादारी के लिए प्रसिद्ध है, एक बेहद लोकप्रिय नस्ल है। यह नस्ल जर्मनी से उत्पन्न हुई है और इसे 1899 में जर्मन कैप्टन मैक्स वॉन स्टेफनिट्ज द्वारा विकसित किया गया था। जर्मन शेफर्ड को मूलतः गार्ड कुत्ते और कामकाजी कुत्ते के रूप में तैयार किया गया था, और इसके बहादुरी और उत्कृष्ट प्रशिक्षण क्षमताओं ने इसे कई महत्वपूर्ण कार्यों के लिए उपयुक्त बना दिया। आज, यह नस्ल विश्वभर में अपने विभिन्न कामकाजी भूमिकाओं के लिए प्रसिद्ध है।

German shepherd ke bare mein jankari
German shepherd ke bare mein jankari

जर्मन शेफर्ड (German shepherd)डॉग की विशेषताएं क्या है ?

German shepherd को पहचानने के लिए कुछ विशेषताएं होती है जैसे कि जर्मन शेफर्ड कुत्ते का आकार मध्यम से बड़ा होता है। नर कुत्ते आमतौर पर 60 सेंटीमीटर तक ऊंचे हो सकते हैं और उनका वजन 30-40 किलोग्राम के बीच होता है। मादा कुत्तों की ऊंचाई 55 सेंटीमीटर तक हो सकती है और उनका वजन 22-32 किलोग्राम के बीच होता है। इनकी शारीरिक विशेषताएँ इन्हें बहुत मजबूत और कार्यक्षम बनाती हैं। जर्मन शेफर्ड की कोट घनी होती है, जो या तो लंबी या छोटी हो सकती है। इसका रंग सामान्यतः काले और भूरे, काले और सुनहरे, या काले और ग्रे के पैटर्न में होता है। उनकी कोट की देखभाल नियमित रूप से करनी होती है, ताकि वे स्वस्थ और चमकदार बनी रहें।

जर्मन शेफर्ड(German shepherd)कुत्ते कैसे होते हैं ?

स्वभाव और व्यवहार : German shepherd एक बेहद बुद्धिमान और सीखने में तेज कुत्ता होता है। इसकी उच्च बुद्धिमत्ता इसे प्रशिक्षित करने में आसान बनाती है, लेकिन इसके लिए धैर्य और सकारात्मक दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है। यह कुत्ता अत्यधिक वफादार होता है और अपने मालिक तथा परिवार के प्रति गहरी निष्ठा दिखाता है। इसका स्वभाव बहुत ही मिलनसार और सजग होता है, और यह बच्चों और अन्य पालतू जानवरों के साथ अच्छा व्यवहार करता है यदि उचित सामाजिककरण किया जाए। इसके सजग स्वभाव के कारण, यह एक अच्छा गार्ड डॉग भी बनता है और घर की सुरक्षा के लिए प्रभावी होता है।

व्यायाम और गतिविधि : German shepherd को प्रतिदिन 1-2 घंटे का व्यायाम चाहिए होता है। यह नस्ल बहुत ही ऊर्जावान होती है और उसे नियमित शारीरिक गतिविधि की आवश्यकता होती है। दौड़ना, खेलना, और मानसिक उत्तेजना जैसे गतिविधियाँ जर्मन शेफर्ड के लिए आवश्यक हैं। व्यायाम की कमी से यह कुत्ता आलसी और अव्यवस्थित हो सकता है, जो कि उसके स्वास्थ्य और व्यवहार को प्रभावित कर सकता है। इसीलिए, इसे नियमित रूप से व्यस्त रखना महत्वपूर्ण होता है।

स्वास्थ्य और देखभाल : German shepherd कुछ सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर सकता है। इनमें हिप डिस्प्लासिया, एल्बो डिस्प्लासिया, और मांसपेशियों की समस्याएँ शामिल हैं। इन समस्याओं से बचने और कुत्ते के समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए नियमित पशु चिकित्सक की जांच आवश्यक है। जर्मन शेफर्ड की देखभाल में नियमित रूप से कोट को ब्रश करना शामिल होता है, विशेषकर अगर उसकी कोट लंबी हो। इसके अलावा, संतुलित आहार और नियमित व्यायाम भी महत्वपूर्ण हैं ताकि कुत्ता स्वस्थ और फिट रहे।

प्रशिक्षण : German shepherd को प्रशिक्षित करना अपेक्षाकृत आसान होता है, लेकिन इसके लिए कंसिस्टेंसी और सकारात्मक reinforcement की आवश्यकता होती है। आज्ञाकारिता प्रशिक्षण के साथ-साथ सामाजिककरण प्रशिक्षण भी महत्वपूर्ण होता है। यह कुत्ता विभिन्न परिस्थितियों में आसानी से ढल सकता है और विभिन्न कामकाजी भूमिकाओं के लिए उपयुक्त होता है। सकारात्मक reinforcement के माध्यम से, जर्मन शेफर्ड जल्दी से नई चीजें सीखता है और अच्छे व्यवहार का प्रदर्शन करता है।

जर्मन शेफर्ड का भोजन क्या है?

German shepherd का भोजन उसके स्वास्थ्य और जीवनशैली के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उचित आहार न केवल उसे स्वस्थ रखता है, बल्कि उसकी ऊर्जा स्तर, मांसपेशियों की मजबूती और समग्र स्वास्थ्य को भी बनाए रखता है। यहाँ जर्मन शेफर्ड के लिए आदर्श आहार की महत्वपूर्ण बातें दी गई हैं:

1. संतुलित आहार:

प्रोटीन : German shepherd के आहार में उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन की आवश्यकता होती है, जो उसकी मांसपेशियों की मजबूती और विकास में मदद करता है। प्रोटीन के अच्छे स्रोत में चिकन, बीफ, और मछली शामिल हैं।

वसा : उचित मात्रा में वसा भी आवश्यक है, क्योंकि यह ऊर्जा का प्रमुख स्रोत होता है और उसकी कोट को चमकदार बनाए रखता है। फिश ऑयल और चिया बीज जैसे वसा के स्रोत अच्छे विकल्प हो सकते हैं।

कार्बोहाइड्रेट : कार्बोहाइड्रेट्स ऊर्जा का मुख्य स्रोत होते हैं और हजम करने में आसानी से मदद करते हैं। जर्मन शेफर्ड के आहार में ब्राउन राइस, शकरकंद, और जई जैसे जटिल कार्बोहाइड्रेट शामिल किए जा सकते हैं।

फाइबर : फाइबर पाचन स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। हरी सब्जियाँ और फल, जैसे कि गाजर और सेब, फाइबर के अच्छे स्रोत होते हैं।

2. विशेष आहार आवश्यकताएँ :

आयु के अनुसार आहार : पिल्ला (पपि) आहार: जर्मन शेफर्ड के पिल्लों के लिए विशेष पिल्ला फूड की जरूरत होती है, जो उनके विकास और वृद्धि के लिए डिज़ाइन किया गया हो।

वयस्क आहार : एक साल से बड़े जर्मन शेफर्ड के लिए वयस्क कुत्तों के लिए उपयुक्त फूड का चयन करें, जिसमें उचित मात्रा में प्रोटीन, वसा, और अन्य पोषक तत्व हों।

वरिष्ठ कुत्तों का आहार : वृद्ध जर्मन शेफर्ड के लिए विशेष आहार की आवश्यकता हो सकती है, जो जोड़ों की देखभाल और उम्र से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया हो।

विशेष स्वास्थ्य स्थितियाँ : अगर जर्मन शेफर्ड को किसी विशेष स्वास्थ्य समस्या जैसे कि हिप डिस्प्लासिया या पाचन समस्याएँ हैं, तो उसे विशेष आहार की जरूरत हो सकती है। इस मामले में पशु चिकित्सक से परामर्श करके विशेष आहार योजना तैयार करानी चाहिए।

3. भोजन की मात्रा और समय :

भोजन की मात्रा :German shepherd के भोजन की मात्रा उसकी उम्र, वजन, गतिविधि स्तर और स्वास्थ्य स्थिति के आधार पर भिन्न हो सकती है। आमतौर पर, एक वयस्क जर्मन शेफर्ड को दिन में 2-3 बार भोजन देना उचित होता है।भोजन की उचित मात्रा निर्धारित करने के लिए, पशु चिकित्सक या कुत्ते के पोषण विशेषज्ञ से सलाह लेना महत्वपूर्ण है।

भोजन की समय सारणी : नियमित समय पर भोजन देना जर्मन शेफर्ड के पाचन तंत्र को स्थिर बनाए रखने में मदद करता है। उसे दिन में दो या तीन बार नियमित समय पर भोजन देना आदर्श होता है।

4. हाइड्रेशन :

German shepherd को हमेशा ताजे और स्वच्छ पानी की आपूर्ति मिलनी चाहिए। हाइड्रेशन उसके समग्र स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, और पानी की अनुपलब्धता से पाचन और अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।

5. भोजन में ध्यान देने योग्य बातें:

प्रोसेस्ड फूड और ह्यूमन फूड से बचाव:जर्मन शेफर्ड को अत्यधिक प्रोसेस्ड डॉग फूड या ह्यूमन फूड जैसे चॉकलेट, प्याज, लहसुन, और अंगूर से बचाना चाहिए क्योंकि ये उसके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं।

स्वास्थ्यपूर्ण स्नैक्स : जर्मन शेफर्ड को स्नैक्स के रूप में स्वास्थ्यपूर्ण विकल्प जैसे कि कच्ची गाजर, सेब के टुकड़े, या विशेष कुत्ता स्नैक्स प्रदान किए जा सकते हैं।

6. आहार योजना और निगरानी :

आहार योजना : एक संतुलित आहार योजना तैयार करें जो जर्मन शेफर्ड की सभी पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करे। इसमें उच्च गुणवत्ता वाले कुत्ते के फूड का चयन करें जो प्रोटीन, वसा, और अन्य जरूरी तत्वों से भरपूर हो।

निगरानी और समायोजन : जर्मन शेफर्ड की स्वास्थ्य स्थिति और वजन की निगरानी करें और यदि आवश्यक हो तो आहार में समायोजन करें। किसी भी आहार में बदलाव करने से पहले पशु चिकित्सक से सलाह लेना उचित होता है।

इस प्रकार, जर्मन शेफर्ड को एक स्वस्थ और संतुलित आहार प्रदान करना उसके स्वास्थ्य और खुशी के लिए आवश्यक है। उचित आहार के साथ-साथ नियमित व्यायाम और स्वास्थ्य देखभाल उसकी समग्र भलाई को सुनिश्चित करते हैं।

जीवनकाल :

जर्मन शेफर्ड की औसत जीवनकाल  9 से 13 साल तक होता है। जबकि , इसके जीवनकाल की लंबाई उसकी स्वास्थ्य देखभाल, आहार, और सामान्य जीवनशैली पर निर्भर करती है। यदि उसे उचित देखभाल, संतुलित आहार, और नियमित स्वास्थ्य जांच मिलती है, तो वह स्वस्थ रह सकता है और अपनी उम्र का पूरा लाभ उठा सकता है।

परिवार के साथ रहना :

जर्मन शेफर्ड बड़े परिवारों के लिए एक अच्छा साथी होता है। यह कुत्ता बच्चों के साथ अच्छे संबंध बनाता है और उनके साथ खेलने में आनंदित होता है। इसके साथ ही, यह परिवार की सुरक्षा के लिए भी प्रभावी होता है। जर्मन शेफर्ड को अपने परिवार के सदस्य की तरह मानते हुए उसे प्यार और ध्यान देना चाहिए। इसके लिए एक बड़ा घर और आँगन वाला वातावरण उपयुक्त होता है जहां यह आराम से घूम सके और अपनी ऊर्जा को सही तरीके से खर्च कर सके।

प्रसिद्धि और उपयोग :

जर्मन शेफर्ड का उपयोग पुलिस, सैन्य, और खोज एवं बचाव कार्यों में किया जाता है। इसकी बहादुरी, बुद्धिमत्ता और प्रशिक्षण क्षमता इसे इन कार्यों के लिए उपयुक्त बनाती है। यह नस्ल विश्वभर में अपने विभिन्न कामकाजी भूमिकाओं के लिए प्रसिद्ध है। जर्मन शेफर्ड की कई कहानियाँ और फिल्मों में भूमिका ने इसे और भी प्रसिद्ध बना दिया है।

जर्मन शेफर्ड की कीमत :

भारत में German shepherd की कीमत 30,000 से 80,000 रुपये के बीच हो सकती है, जो ब्रीडर और नस्ल की गुणवत्ता पर निर्भर करती है। उच्च गुणवत्ता वाले ब्रीडर से खरीदी गई जर्मन शेफर्ड की कीमत आमतौर पर अधिक होती है।

रोचक तथ्य :

जर्मन शेफर्ड कुत्ते का इतिहास बचाव कार्यों से जुड़ा हुआ है और उसकी अद्वितीय क्षमताएँ इसे कठिन परिस्थितियों में भी सहायक बनाती हैं। यह नस्ल न केवल अपने कामकाजी गुणों के लिए जानी जाती है, बल्कि इसके स्नेही स्वभाव और परिवार के प्रति निष्ठा के लिए भी प्रशंसा प्राप्त करती है।

जर्मन शेफर्ड के नुकसान क्या है?

German shepherd एक उत्कृष्ट नस्ल है, लेकिन इसके साथ कुछ नुकसान भी हो सकते हैं जो संभावित मालिकों को ध्यान में रखने चाहिए। यहाँ जर्मन शेफर्ड के मुख्य नुकसान दिए गए हैं:

1. स्वास्थ्य समस्याएँ:

हिप डिस्प्लासिया : यह एक सामान्य समस्या है जिसमें हिप जोड़ों में असामान्यता होती है, जिससे दर्द और चलने में कठिनाई हो सकती है।एल्बो डिस्प्लासिया: यह हड्डियों की विकास संबंधी विकृति है जो एल्बो जोड़ में असामान्यता और दर्द का कारण बन सकती है।
मांसपेशियों की समस्याएँ : जर्मन शेफर्ड को मांसपेशियों और जोड़ की समस्याएँ हो सकती हैं, जिनसे असुविधा और दर्द हो सकता है।
पाचन संबंधी समस्याएँ : कुछ जर्मन शेफर्ड को पेट की समस्याएँ, जैसे कि गैस्ट्रिक डिलेटेशन और वोल्वुलस (bloat) हो सकती हैं।

2. उच्च देखभाल की आवश्यकता :
कोट की देखभाल : जर्मन शेफर्ड की घनी कोट की नियमित संवारने की आवश्यकता होती है, विशेषकर साल भर में दो बार जब इसका कोट गिरता है।
स्वास्थ्य जांच : नियमित स्वास्थ्य जांच और टीकाकरण की आवश्यकता होती है, जो समय और धन की मांग कर सकती है।

3. उच्च ऊर्जा और व्यायाम की आवश्यकता :
व्यायाम : German shepherd को प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में शारीरिक व्यायाम की जरूरत होती है। यदि उसे पर्याप्त व्यायाम नहीं मिलता, तो वह  ऊब सकता है और व्यवहार संबंधी समस्याओं का सामना कर सकता है।
ऊर्जा स्तर : उसकी उच्च ऊर्जा स्तर के कारण उसे लंबे समय तक सक्रिय रहना और मानसिक उत्तेजना प्राप्त करना आवश्यक होता है।

4. प्रशिक्षण में चुनौती :

 धैर्य की आवश्यकता : जर्मन शेफर्ड को प्रशिक्षित करने के लिए धैर्य और निरंतरता की आवश्यकता होती है। कभी-कभी यह कुत्ता जिद्दी हो सकता है और इसे सही तरीके से प्रशिक्षित करने के लिए समय और प्रयास की जरूरत होती है।

5. स्थान और वातावरण की मांग :

 खुला स्थान : यह नस्ल बड़े स्थान और खुली जगह में बेहतर रहती है। छोटे अपार्टमेंट्स में इसे सही तरह से व्यायाम और गतिविधि नहीं मिल सकती है।
परिवार की स्थिति : German shepherd बड़े परिवार और बच्चों के साथ अच्छे से घुल-मिल जाता है, लेकिन अगर सही सामाजिककरण और प्रशिक्षण न मिले, तो यह व्यवहार संबंधी समस्याओं का सामना कर सकता है।

6. संवेदनशीलता और भौंकने की आदत :
भौंकने की आदत : German shepherd एक सतर्क नस्ल है और यह सुरक्षा के लिए अक्सर भौंकता है। यह कभी-कभी पड़ोसियों और घर के अन्य लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है।
संवेदनशीलता : यह नस्ल कभी-कभी संवेदनशील हो सकती है और उसे सही तरीके से संभालना जरूरी होता है, खासकर अगर वह किसी तनावपूर्ण स्थिति का सामना कर रहा हो।

7. वित्तीय जिम्मेदारी :
 खर्च : German shepherd की देखभाल में उच्च लागत आ सकती है, जिसमें भोजन, स्वास्थ्य देखभाल, और संवारने के खर्च शामिल होते हैं।

इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए, यदि आप जर्मन शेफर्ड अपनाने का विचार कर रहे हैं, तो आपको उसकी विशेष आवश्यकताओं और संभावित समस्याओं के प्रति जागरूक रहना चाहिए। उचित देखभाल, प्रशिक्षण, और स्वास्थ्य प्रबंधन के साथ, आप इन समस्याओं को न्यूनतम कर सकते हैं और अपने जर्मन शेफर्ड को एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन दे सकते हैं।

इस प्रकार, German shepherd कुत्ता अपनी विशेषताओं और क्षमताओं के कारण एक आदर्श पालतू साथी और कामकाजी कुत्ता बनाता है। उसकी बुद्धिमत्ता, वफादारी, और शक्ति उसे विशेष बनाती हैं और उसे एक बेहतरीन पालतू जानवर के रूप में स्थापित करती हैं।

FAQ

German shepherd के फायदे और नुकसान क्या हैं?
जर्मन शेफर्ड के फायदे आदर्श पालतू साथी और कामकाजी कुत्ता है और नुकसान ( स्वास्थ्य समस्याएँ, उच्च देखभाल की आवश्यकता, उच्च ऊर्जा और व्यायाम की आवश्यकता, प्रशिक्षण में चुनौती ) होती है |

Main वेबसाईट पर जाने के लिए  Puppylover.in यहाँ Click करें |

Leave a Comment

Translate »